Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण आरंभ, जानें कितने घंटे तक रहेगा ग्रहण..

सूर्य ग्रहण दोपहर 2:20 बजे से शुरू हो चुका है। हालांकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण है और भारत में दृश्य नहीं है इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। सूर्य ग्रहण शाम 6:16 मिनट पर समाप्त होगा। यानी कि यह ग्रहण कुल 3 घंटे 56 मिनट तक रहेगा।

Surya Grahan 2025 Date: सूर्य ग्रहण दोपहर 2:20 बजे से शुरू हो चुका है। हालांकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण है और भारत में दृश्य नहीं है इसलिए इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। सूर्य ग्रहण शाम 6:16 मिनट पर समाप्त होगा। यानी कि यह ग्रहण कुल 3 घंटे 56 मिनट तक रहेगा।

 कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, आंशिक उत्तरी अमेरिका, उत्तरी एशिया,उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी ध्रुव, आर्कटिक महासागर और अटलांटिक महासागर

सूर्य ग्रहण के दौरान इन चीजों से रहें दूर
क्रोध, अहंकार और लोभ से दूर रहना जरूरी है। इससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आने लगेंगे।
सूर्य ग्रहण या किसी भी ग्रहण के समय कोई भी शुभ काम जैसे विवाह, गृह प्रवेश, सूर्य पूजन, मुंडन, जनेऊ जैसे संस्कार नहीं करें।
ग्रहण के समय व्यक्ति को सोना नहीं चाहिए और ना तो भोजन बनाना चाहिए ना ही ग्रहण करना चाहिए।
इस दिन नकारात्मक विचारों से जितना दूर रहेंगे उतना अच्छा होगा। सकारात्मक विचार रहेंगे तो जीवन में भी सकारात्मकता आएगी।
इस दिन बड़े बुजुर्गों की सेवा करें उनका अपमान ना करें।
निर्धन और जरूरतमंदों की जरूरत को पूरा करें।

मीन राशि पर सूर्य ग्रहण का असर
मीन राशि के लिए सूर्य ग्रहण और शनि का गोचर विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहेगा। शनि का मीन राशि में गोचर आपके जीवन में बड़े बदलाव ला सकता है। सूर्य ग्रहण के कारण आपकी मानसिक स्थिति पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह समय आपके लिए आत्म-निर्भरता और मानसिक शांति की ओर बढ़ने का रहेगा।

 सूर्य ग्रहण के साथ आज शनि करेंगे मीन राशि में गोचर, जानिए प्रभाव
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण की घटना को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। जब चंद्रमा और पृथ्वी के बीच में सूर्य आ जाता है तो कुछ देर के लिए सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहते हैं। आज साल का पहला सूर्य ग्रहण के साथ ढाई वर्षों बाद शनि भी इसी दिन राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। शास्त्रों में सूर्यदेव को शनिदेव का पिता माना गया है। आपको बता दें कि शनि 30 वर्षों बाद मीन राशि में आ रहे हैं, जहां पर पहले से राहु मौजूद हैं। ऐसे में कुछ राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण और शनि का मीन राशि में गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है।

वेदों में ग्रहण से बचाव के उपाय
वेदों में सूर्य ग्रहण के दौरान किए जाने वाले कुछ उपाय बताए गए हैं।
ऋषि अत्रि द्वारा बताए गए मंत्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं।
ग्रहण के बाद पवित्र नदियों में स्नान और गरीबों को दान करने से पापों का नाश होता है।
गायत्री मंत्र के जाप से आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है।

कुंभ राशि पर सूर्य ग्रहण कैसा प्रभाव डालेगा
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय सकारात्मक बदलावों का रहेगा। सूर्य ग्रहण और शनि के मीन राशि में गोचर से आपके करियर में बदलाव आएंगे, और आपको नई दिशा मिलेगी। यह समय आपके लिए आत्मनिर्भरता और कार्यक्षेत्र में सफल होने का रहेगा। सूर्य ग्रहण के कारण कुछ मानसिक दबाव आ सकता है, लेकिन आप उसे संभाल लेंगे।

सूर्य ग्रहण से जुड़ी पौराणिक और रोचक कथा

सूर्य ग्रहण से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कथा समुद्र मंथन की है। इसका उल्लेख विष्णु पुराण और भागवत पुराण में मिलता है। इस कथा के अनुसार जब देवताओं और असुरों ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया, तो भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। इसे प्राप्त करने के लिए देवताओं और असुरों में संघर्ष शुरू हो गया। भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर अमृत वितरण का कार्य किया, लेकिन उन्होंने एक चाल चली और असुरों को अमृत देने से मना कर दिया।

लेकिन असुरों में से एक असुर जिसे स्वरभानु कहा जाता था, वह देवताओं का वेश धरकर अमृत ग्रहण करने में सफल हो गया। सूर्य और चंद्रमा ने उसकी पहचान कर ली और भगवान विष्णु को इसकी जानकारी दे दी। भगवान विष्णु ने क्रोधित होकर अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।चूंकि उसने अमृत पान कर लिया था, इसलिए उसका शरीर अमर हो गया। उसका सिर राहु और धड़ केतु के रूप में अस्तित्व में आया। तभी से राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा से शत्रुता रखते हैं और समय-समय पर बदला लेने के लिए इन्हें ग्रास लेते हैं। मान्यताओं की माने तो इसी वजह से सूर्य और चंद्र ग्रहण होता है।

सूर्य ग्रहण का मकर राशि पर प्रभाव
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्रहण और शनि के गोचर का प्रभाव व्यावसायिक जीवन में अधिक होगा। शनि का मीन राशि में गोचर आपको आत्म-निर्भरता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। सूर्य ग्रहण के कारण आपको अपने परिवार और रिश्तों के बारे में पुनः सोचने की आवश्यकता हो सकती है। इस समय में धैर्य और संयम बनाए रखें।

मीन राशि में बनेगा षडग्रही योग
सूर्य ग्रहण के दिन 6 ग्रह मीन राशि में एक साथ मौजूद रहकर दुर्लभ संयोग का निर्माण करने जा रहे हैं। शनि करीब ढाई वर्षों बाद कुंभ राशि से मीन राशि में आ रहे हैं जहां यह आने वाला ढाई वर्षो तक इसी राशि में होंगे। शनि के मीन राशि में गोचर करने से पहले राहु और शुक्र पहले से ही मीन राशि में गोचरस्थ हैं। सूर्य और बुध मीन राशि में पहले से भ्रमण कर रहे हैं। चंद्रमा भी इस दिन मीन राशि में प्रवेश होंगे।

सूर्य ग्रहण का धनु राशि पर असर
धनु राशि के लिए यह समय शांति और आत्म-निर्भरता का रहेगा। शनि के मीन राशि में गोचर से आपकी व्यक्तिगत जीवन में नई दिशा मिलेगी, और सूर्य ग्रहण आपको आत्म-विश्लेषण करने के लिए प्रेरित करेगा। यह समय आपके लिए आत्ममूल्यांकन और भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने का रहेगा।

 

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