
यह खबर आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी से जुड़ी हुई है, जिसमें काउंटी ग्रुप के 26 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। इस छापेमारी का उद्देश्य बिल्डर ग्रुप और उनसे जुड़े प्रॉपर्टी एजेंटों से संबंधित आर्थिक गतिविधियों का पता लगाना है। विभाग की टीमें उन ठिकानों पर पहुंची हैं, जहां वित्तीय अनियमितताएं या काले धन के लेन-देन की संभावना थी। आयकर विभाग ने इस छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज, संपत्ति रिकॉर्ड और अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं, जो किसी तरह की वित्तीय अनियमितताओं को उजागर करने में मदद कर सकते हैं। इस छापेमारी के पीछे का उद्देश्य टैक्स चोरी और अवैध संपत्ति से संबंधित गतिविधियों को रोकना है।
इस प्रकार की छापेमारी आर्थिक अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत देती है और यह भी दर्शाती है कि आयकर विभाग ऐसे अपराधों को पकड़ने और रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में यह सामने आया है कि काउंटी ग्रुप द्वारा कैश में फ्लैट और अन्य संपत्तियां बेचकर आयकर चोरी की जा रही थी। इस आधार पर आयकर विभाग ने 5 शहरों में कुल 26 ठिकानों पर कार्रवाई की।
आयकर विभाग की नोएडा यूनिट ने बुधवार को रियल एस्टेट से जुड़े काउंटी बिल्डर ग्रुप पर छापा मारा। कैश में फ्लैट व अन्य संपत्तियों को बेचकर आयकर चोरी के इनपुट पर 5 शहरों में ग्रुप के 26 ठिकानों पर टीमें पहुंचीं। कोलकाता, गुड़गांव के दो-दो, गाजियाबाद के पांच, दिल्ली के चार, नोएडा के 12 ठिकानों पर कार्रवाई की गई। टीमें बिल्डर ग्रुप से जुड़े प्रॉपर्टी एजेंटों तक भी पहुंचीं। देर शाम तक जारी रही कार्रवाई में आयकर विभाग ने किसी तरह की बरामदगी की सूचना आधिकारिक तौर पर नहीं दी है। लेकिन बड़ी तादाद में दस्तावेज, लैपटॉप व कम्प्यूटर विभाग ने कब्जे में लिए हैं।
काउंटी ग्रुप मौजूदा समय में कई ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं का निर्माण अलग-अलग शहरों में कर रहा है। ग्रुप की परियोजनाओं में फ्लैट उच्च आय वर्ग व कारोबारियों की आय की पहुंच में होते हैं। अधिकतर फ्लैट की कीमत 3 करोड़ से शुरू होती है। नोएडा में इस समय सेक्टर-120 में आईवी काउंटी और सेक्टर-107 में काउंटी-107 परियोजनाएं चल रही हैं। पिछले दिनों नोएडा प्राधिकरण की ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की नीलामी में भी यह ग्रुप शामिल हुआ था।
आयकर विभाग को इनपुट मिले थे कि करोड़ों रुपये की कीमत वाले ग्रुप के फ्लैट का बड़ा हिस्सा कैश में लेकर बेचा जा रहा है। इसको देखते हुए विभाग ने छापा मारा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई में आयकर विभाग के 130 अधिकारी-कर्मचारी, 75 पुलिसकर्मी शामिल हुए। नोएडा में आयकर विभाग की टीमें सेक्टर-121 स्थित क्लियो काउंटी सोसाइटी, सेक्टर-107 काउंटी, कॉरपोरेट दफ्तर, सेक्टर-120 समेत अन्य जगहों पर गईं। विभाग की जांच अब करोड़ों के फ्लैट खरीदने वाले खरीदारों की तरफ भी बढ़ेंगी।
संपत्तियां कैश में बिकवाने में एजेंट का किरदार अहम..
बिल्डरों की संपत्तियों को कैश में बिकवाने में और कर चोरी के खेल में अहम किरदार एजेंटों का रह रहा है। यह एजेंट खरीदारों को आयकर चोरी के लिहाज से अलग-अलग परियोजनाओं में कैश में संपत्ति दिलवाने की डील करते हैं। कई ऐसी कंपनियां भी बनी हुई हैं जो एजेंट का काम करती हैं। कैश में संपत्ति लेने वालों पर यह कहा जाता है कि काली कमाई के जरिए संपत्ति बनाई गई है। इसमें खरीदार व बेचने वाला बिल्डर कर चोरी करते हैं।
कई दस्तावेज कब्जे में लिए…
आयकर विभाग की टीम ने गुरुग्राम में बिल्डर ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की। गुरुग्राम के सेक्टर-88 में काउंटी का एक प्रोजेक्ट है। टीम ने अब तक कई दस्तावेज कब्जे में लिए।