कैलाश मंदिर जाने वाले मार्ग को मिली वित्तीय स्वीकृति,जल्द प्रारंभ होगा निर्माण..

जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कैलाश मंदिर काॅरिडोर के विकास हेतु तीन चरणों में कैलाश मंदिर काॅरिडोर का विकास एवं सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। उक्त के क्रम में शासन द्वारा धर्मार्थ मार्गों के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व विकास योजनांतर्गत जनपद के कैलाश मंदिर मार्ग के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व विकास हेतु वित्तीय स्वीकृति प्राप्ति के साथ स्वीकृति लागत 384.56 लाख की धनराशि में से 307.64 लाख की राशि अवमुक्त हो गई है। जिलाधिकारी ने सभी तकनीकी व अन्य स्वीकृति प्राप्त कर संबंधित को जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।

आगरा- जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कैलाश मंदिर काॅरिडोर के विकास हेतु तीन चरणों में कैलाश मंदिर काॅरिडोर का विकास एवं सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। उक्त के क्रम में शासन द्वारा धर्मार्थ मार्गों के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व विकास योजनांतर्गत जनपद के कैलाश मंदिर मार्ग के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व विकास हेतु वित्तीय स्वीकृति प्राप्ति के साथ स्वीकृति लागत 384.56 लाख की धनराशि में से 307.64 लाख की राशि अवमुक्त हो गई है। जिलाधिकारी ने सभी तकनीकी व अन्य स्वीकृति प्राप्त कर संबंधित को जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।

राष्ट्रीय राजमार्ग-2 से जुगसाना, बलदेव, बरौली, कैलाश मंदिर जाने वाले मार्ग के चौड़ीकरण के साथ निर्माण किया जाना है।राष्ट्रीय राजमार्ग से कैलाश मंदिर जाने वाले मार्ग पर दोनों ओर किनारे वृक्षारोपण, वन विभाग क्षेत्र में मार्ग के दोनों ओर बैरिकेडिंग और प्लाटेंशन का कार्य एवं विद्युत पोल पर सोलर लाइट लगाये जाने का कार्य भी किया जाएगा। गौरतलब है कि कैलाश मंदिर कॉरिडोर विकास के पहले चरण में लगभग 4.11 करोड़ की लागत से मुख्य द्वार का निर्माण और यमुना नदी किनारे घाट का निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में लगभग 15 करोड़ की लागत से दूसरे बड़े घाट का निर्माण, भण्डार गृह, पाथवे, नाली, यमुना दर्शन स्थल, सोलर पाॅवर सिस्टम और स्टोन बैंच का निर्माण किया जाएगा। वहीं तीसरे चरण की कार्ययोजना तैयार की जा रही है जिसमें मुख्यतः पार्किंग, स्ट्रीट लाइट, घाट का सौंदर्यीकरण, फर्नीचर, कियोस्क, डेकोरेटिव लाइटिंग आदि कार्य शामिल है।

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