
महाराष्ट्र: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने गुरुवार (1 मई) को ‘गौरवशाली महाराष्ट्र महोत्सव-2025’ का आयोजन किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण बयान सामने आए। उप मुख्यमंत्री अजित पवार और उनके नेताओं ने इस अवसर पर विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए।
पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने संयुक्त महाराष्ट्र के निर्माण में 106 शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा, “जिसे इतिहास का ज्ञान नहीं है, वह भविष्य नहीं बना सकता।” इसके साथ ही, उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर एक सख्त बयान दिया, जिसमें कहा, “अब केवल सर्जिकल स्ट्राइक से काम नहीं चलेगा, हमें दुश्मनों की सर्जरी करनी होगी।”
विरोधियों पर निशाना
एनसीपी के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष और सांसद प्रफुल पटेल ने महाराष्ट्र दिवस पर कार्यकर्ताओं और जनता को आश्वासन दिया कि वे हमेशा शिव-शाहू-फुले-आंबेडकर के विचारों को बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह विचार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी स्पष्ट रूप से बताया है। साथ ही, उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, “कई लोग प्रगतिशील विचारों की बात करते हैं, लेकिन उनके शब्द और हृदय में अंतर होता है, लेकिन अजित पवार ऐसे नहीं हैं – उनके शब्दों में और हृदय में सच्चाई है।”
संयुक्त महाराष्ट्र महोत्सव
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा कि उन्होंने संयुक्त महाराष्ट्र महोत्सव मनाया, जिसमें महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से जल और मृदा कलश लाकर इस आयोजन को खास बनाया। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य हर साल ‘महाराष्ट्र गौरव दिवस’ के रूप में मनाना होगा।
अजित पवार ने यशवंतराव चव्हाण को याद करते हुए कहा कि विभिन्न सरकारों ने महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने का कार्य किया है, और उनकी सरकार भी किसानों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम मानवंदना का समारोह है, और हम इसे हर वर्ष आयोजित करेंगे ताकि नई पीढ़ी को महाराष्ट्र के इतिहास की याद दिलाई जा सके।”
65 वर्षों का इतिहास
इस कार्यक्रम में जावेद अख्तर भी शामिल हुए, जिन्होंने महाराष्ट्र और मुंबई की सांस्कृतिक धरोहर को सराहा। उन्होंने पहलगाम हमले की याद दिलाते हुए कहा, “हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा? मुंबई ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा?”अख्तर ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र का 65 वर्षों का इतिहास नई पीढ़ी को नहीं पता है और इसे समझने के लिए किताबों का अध्ययन करना जरूरी है।
अजित पवार ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र का निर्माण संघर्ष के माध्यम से हुआ और आज भी यह संघर्ष जारी है। उन्होंने बेलगांव और कारवार को महाराष्ट्र का हिस्सा बनाने का जिक्र किया और कहा कि तब ही राज्य पूर्ण होगा।