Prayagraj News : महाकुंभ समापन पर पीएम मोदी ने लिखा लेख कि एकता का महायज्ञ हुआ संपन्न..

प्रयागराज में 13 फरवरी से शुरू हुआ महाकुंभ महाशिवरात्रि पर समाप्त हो चुका है. 45 दिनों तक चले इस कुंभ में 66 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किए. यह संख्या देश की लगभग आधी आबादी है.महाकुंभ में इस बार 20 लाख से अधिक लोगों ने कल्पवास किया, इस दौरान नेपाल, भूटान, अमेरिका, इंग्लैंड, जापान समेत कई देशों से लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ को लेकर एक ब्लॉग लिखा, उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए देशवासियों की ओर से किए परिश्रम से अभीभूत पीएम मोदी सोमनाथ के दर्शन के लिए जाएंगे और हर भारतीय के लिए प्रार्थना करेंगे.

Prayagraj News : प्रयागराज में 13 फरवरी से शुरू हुआ महाकुंभ महाशिवरात्रि पर समाप्त हो चुका है. 45 दिनों तक चले इस कुंभ में 66 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किए. यह संख्या देश की लगभग आधी आबादी है.महाकुंभ में इस बार 20 लाख से अधिक लोगों ने कल्पवास किया, इस दौरान नेपाल, भूटान, अमेरिका, इंग्लैंड, जापान समेत कई देशों से लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ को लेकर एक ब्लॉग लिखा, उन्होंने कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए देशवासियों की ओर से किए परिश्रम से अभीभूत पीएम मोदी सोमनाथ के दर्शन के लिए जाएंगे और हर भारतीय के लिए प्रार्थना करेंगे.

ये भी पढ़ें…Mahakumbh 2025 Concludes At Triveni, CM Yogi :सीएम योगी ने प्रयागराज के अरैल घाट-संगम पर की पूजा..

एकता का महायज्ञ संपन्‍न हुआ, 140 करोड़ देशवासियों की आस्‍था एक साथ', महाकुंभ  के समापन पर पीएम मोदी | PM Modi at the conclusion of Mahakumbh Mahayagya of  unity completed faith of

पीएम मोदी ने महाकुंभ के समापन को लेकर लिखा कि ये एकता का महाकुंभ, युग परिवर्तन की आहट है. उन्होंने लिखा कि महाकुंभ संपन्न हुआ. एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ. जब एक राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, जब वो सैकड़ों साल की गुलामी की मानसिकता के सारे बंधनों को तोड़कर नव चैतन्य के साथ हवा में सांस लेने लगता है, तो ऐसा ही दृश्य उपस्थित होता है, जैसा हमने 13 जनवरी के बाद से प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में देखा.

पीएम मोदी ने अपने लेख में क्या लिखा

महाकुंभ के समापन पर पीएम मोदी ने लिखा ब्लॉग, समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्र  के लोग एक हुए
प्रधानमंत्री ने लिखा कि 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मैंने देवभक्ति से देशभक्ति की बात कही थी. प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान सभी देवी-देवता जुटे, संत-महात्मा जुटे, बाल-वृद्ध जुटे, महिलाएं-युवा जुटे, और हमने देश की जागृत चेतना का साक्षात्कार किया. ये महाकुंभ एकता का महाकुंभ था, जहां 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ गई थी. वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है.

ये भी पढ़ें…Coolie : रजनीकांत की की मूवी में नजर आयेंगी पूजा हेगड़े,जानें विस्तार सें…

PM नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ पर लिखा शानदार ब्लॉग, एकता के महाकुंभ को बताया  युग परिवर्तन की आहट | PM Narendra Modi wrote a blog on Mahakumbh 2025,  called the Mahakumbh of

उन्होंने लिखा कि तीर्थराज प्रयाग के इसी क्षेत्र में एकता, समरसता और प्रेम का पवित्र क्षेत्र श्रृंगवेरपुर भी है, जहां प्रभु श्रीराम और निषादराज का मिलन हुआ था. उनके मिलन का वो प्रसंग भी हमारे इतिहास में भक्ति और सद्भाव के संगम की तरह ही है. प्रयागराज का ये तीर्थ आज भी हमें एकता और समरसता की वो प्रेरणा देता है.

इस तरह के विराट आयोजन की कोई दूसरी तुलना-पीएम मोदी

एकता का महायज्ञ संपन्‍न हुआ, 140 करोड़ देशवासियों की आस्‍था एक साथ', महाकुंभ  के समापन पर पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लिखा कि बीते 45 दिन, प्रतिदिन, मैंने देखा, कैसे देश के कोने-कोने से लाखों-लाख लोग संगम तट की ओर बढ़े जा रहे हैं. संगम पर स्नान की भावनाओं का ज्वार, लगातार बढ़ता ही रहा. हर श्रद्धालु बस एक ही धुन में था- संगम में स्नान मां गंगा, यमुना, सरस्वती की त्रिवेणी हर श्रद्धालु को उमंग, ऊर्जा और विश्वास के भाव से भर रही थी. प्रयागराज में हुआ महाकुंभ का ये आयोजन, आधुनिक युग के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए, प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए, नए सिरे से अध्ययन का विषय बना है. आगे लिखा आज पूरे विश्व में इस तरह के विराट आयोजन की कोई दूसरी तुलना नहीं है, ऐसा कोई दूसरा उदाहरण भी नहीं है. पूरी दुनिया हैरान है कि कैसे एक नदी तट पर, त्रिवेणी संगम पर इतनी बड़ी संख्या में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे. इन करोड़ों लोगों को ना औपचारिक निमंत्रण था, ना ही किस समय पहुंचना है, उसकी कोई पूर्व सूचना थी. बस, लोग महाकुंभ चल पड़े…और पवित्र संगम में डुबकी लगाकर धन्य हो गए.

ये भी पढ़ें…February Panchak 2025: आज से शुरू पंचक, अगले पांच दिनों में गलती से भी न करें ये काम..

 

मैं वो तस्वीरें भूल नहीं सकता..

संपन्न हुआ एकता का महायज्ञ, 140 करोड़ देशवासियों की आस्था....' महाकुंभ के समापन  पर PM मोदी का लेख, कई तस्वीरें भी की शेयर
प्रधानमंत्री ने लिया कि मैं वो तस्वीरें भूल नहीं सकता…स्नान के बाद असीम आनंद और संतोष से भरे वो चेहरे नहीं भूल सकता. महिलाएं हों, बुजुर्ग हों, हमारे दिव्यांग जन हों, जिससे जो बन पड़ा, वो साधन करके संगम तक पहुंचा. मेरे लिए ये देखना बहुत ही सुखद रहा कि बहुत बड़ी संख्या में भारत की आज की युवा पीढ़ी प्रयागराज पहुंची. भारत के युवाओं का इस तरह महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए आगे आना, एक बहुत बड़ा संदेश है.इससे ये विश्वास दृढ़ होता है कि भारत की युवा पीढ़ी हमारे संस्कार और संस्कृति की वाहक है और इसे आगे ले जाने का दायित्व समझती है और इसे लेकर संकल्पित भी है, समर्पित भी है. आगे लिखा कि इस महाकुंभ में प्रयागराज पहुंचने वालों की संख्या ने निश्चित तौर पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है, लेकिन इस महाकुंभ में हमने ये भी देखा कि जो प्रयाग नहीं पहुंच पाए, वो भी इस आयोजन से भाव-विभोर होकर जुड़े. कुंभ से लौटते हुए जो लोग त्रिवेणी तीर्थ का जल अपने साथ लेकर गए, उस जल की कुछ बूंदों ने भी करोड़ों भक्तों को कुंभ स्नान जैसा ही पुण्य दिया. कितने ही लोगों का कुंभ से वापसी के बाद गांव-गांव में जो सत्कार हुआ, जिस तरह पूरे समाज ने उनके प्रति श्रद्धा से सिर झुकाया, वो अविस्मरणीय है.

ये भी पढे़ें…Shalini Goyal : 64 साल की उम्र में कई नए आयाम स्थापित की शालिनी…

कल्पना से अधिक श्रद्धालु पहुंचे प्रयागराज- पीएम

PM नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ पर लिखा शानदार ब्लॉग, एकता के महाकुंभ को बताया  युग परिवर्तन की आहट | PM Narendra Modi wrote a blog on Mahakumbh 2025,  called the Mahakumbh of

उन्होंने लिखा कि उस जल की कुछ बूंदों ने भी करोड़ों भक्तों को कुंभ स्नान जैसा ही पुण्य दिया. कितने ही लोगों का कुंभ से वापसी के बाद गांव-गांव में जो सत्कार हुआ, जिस तरह पूरे समाज ने उनके प्रति श्रद्धा से सिर झुकाया, वो अविस्मरणीय है. ये कुछ ऐसा हुआ है, जो बीते कुछ दशकों में पहले कभी नहीं हुआ ये कुछ ऐसा हुआ है, जो आने वाली कई-कई शताब्दियों की एक नींव रख गया है.प्रयागराज में जितनी कल्पना की गई थी, उससे कहीं अधिक संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंचे. इसकी एक वजह ये भी थी कि प्रशासन ने भी पुराने कुंभ के अनुभवों को देखते हुए ही अंदाजा लगाया था, लेकिन अमेरिका की आबादी के करीब दोगुने लोगों ने एकता के महाकुंभ में हिस्सा लिया, डुबकी लगाई आध्यात्मिक क्षेत्र में रिसर्च करने वाले लोग करोड़ों भारतवासियों के इस उत्साह पर अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि अपनी विरासत पर गौरव करने वाला भारत अब एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. मैं मानता हूं, ये युग परिवर्तन की वो आहट है, जो भारत का नया भविष्य लिखने जा रही है..

ये भी पढ़ें….Crime News : फेरा डालने गई थी दुल्हन के साथ क्या हुआ जानें,विस्तार से..

Related Articles

Back to top button