नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के लिए 3 दिसंबर, 2023 काफी ऐतिहासिक साबित हुआ। तीन प्रमुख राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छ्त्तीसगढ़) में भारी मतों के साथ मिली जीत 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए एक वरदान साबित हुई है। अब उम्मीद लगाया जा रहा है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में भी भगवा रंग लहराएगा।
39 साल पहले 1984 के आम चुनाव में भाजपा को केवल दो सीटें ही हासिल हुई थी, लेकिन आज वो दौर है कि पार्टी अब न केवल 12 राज्यों को नियंत्रित करती है, बल्कि यह देश की 41 प्रतिशत आबादी पर भी शासन कर रही है। वहीं, बात करें गठबंधन सरकारों की तो उसमें 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या पर शासन करती है। उम्मीद है कि 2024 के आम चुनावों में भाजपा को गठबंधन से भी समर्थन मिलेगा।
2024 की जीत की गारंटी
भाजपा को मिली जीत के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 दिसंबर की शाम पार्टी कार्यकर्ताओं को अपना विजयी भाषण दिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि इस हैट्रिक ने 2024 की जीत की गारंटी दी है। आज का जनादेश साबित करता है कि लोगों में भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वंशवादी राजनीति के प्रति शून्य सहिष्णुता है।’
इन राज्यों में भाजपा की मजबूत पकड़
नवीनतम राज्य चुनावों- राजस्थान और छ्त्तीसगढ़ पर भी भाजपा ने एक बार फिर अपनी पकड़ मजबूत की, जिसके बाद देश के 12 राज्यों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, असम, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, त्रिपुरा, मणिपुर, गोवा और अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार है। वहीं, भाजपा की गठबंधन सरकारें महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम में फैली हुई हैं।
कहां-कहां कांग्रेस की सरकार?
कांग्रेस केवल तीन राज्यों- कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश पर शासन कर रही है। यहां देश की आबादी का केवल 8.51 प्रतिशत हिस्सा शामिल है। वहीं, बिहार और झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन है, जो कि 19.84 प्रतिशत आबादी पर शासन कर रही है।
राजस्थान की हार और छत्तीसगढ़ में उलटफेर से कांग्रेस की शक्ति कमजोर होती दिख रही है,जिसका प्रभाव 2024 के लोकसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है। इन चुनावों ने उत्तर में भाजपा की ताकत को उजागर किया है।