2 बीघा जमीन के लिए सिपाही की निर्मम हत्या

इटावा| इटावा जिले में खेत में पड़े टिनशेड के नीचे लेटे सिपाही की फावड़े और खुरपी से कई वार करके निर्मम हत्या कर दी गई। एसएसपी और फोरेंसिक टीम ने जांच-पड़ताल की। सिपाही मथुरा में तैनात था और आलू की खोदाई कराने के लिए आया था। भाई ने जमीन के विवाद में ताऊ, उनके बेटे और पौत्र पर हत्या का आरोप लगाया है।

पुलिस ने ताऊ व पौत्र को गिरफ्तार कर लिया है। चचेरे भाई की तलाश की जा रही है। सैफई थाना क्षेत्र के गोवेपुरा निवासी अनिल कुमार यादव (42) सिपाही के पद पर मथुरा में तैनात थे। शुक्रवार शाम को छुट्टी लेकर गांव में आलू की खोदाई कराने के लिए आए थे। शुक्रवार रात वह खेत में ही रुक गए थे।

शनिवार सुबह गांव के प्रमोद कुमार अपने खेत की ओर निकले तो अनिल का खून से लथपथ शव देखकर परिजनों को सूचना दी। एसएसपी संजय कुमार वर्मा और एसपी देहात सत्यपाल सिंह थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों से घटना के बाबत जानकारी ली।

जमीन के विवाद में हत्या करने का आरोप
फोरेंसिक ने भी साक्ष्य जुटाए। मृतक के छोटे भाई नीरज कुमार यादव ने थाने में तहरीर दी। इसमें ताऊ, उनके बेटे और पौत्र पर जमीन के विवाद में हत्या करने का आरोप लगाया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।

आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा बरामद
ताऊ दर्शन सिंह और पौत्र अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया है। ताऊ के बेटा ओमपाल सिंह फरार है। पुलिस जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करेगी। पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा बरामद किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

दो बीघा जमीन की खुन्नस में कर दी सिपाही की हत्या
चचेरे बाबा ने अपनी दो बीघा जमीन सिपाही के पिता के नाम कर दी थी। इसी बात की खुन्नस से सिपाही के ताऊ ने नशे में भतीजे की हत्या कर दी। गर्दन और सिर में इतने प्रहार किए कि सिपाही के शव को देखकर परिजन व ग्रामीण दहल गए।

एक मंदिर के नाम कर दी थी आठ बीघा जमीन
सिपाही अनिल के बाबा रामचरण दो भाई थे। बड़े भाई मिलाप सिंह अविवाहित थे। मिलाप सिंह के पास करीब 15 बीघा खेती थी। इसमें से उन्होंने करीब आठ बीघा जमीन गांव में एक मंदिर के नाम कर दी थी। उसमें से कुछ हिस्सा उन्होंने बेच दिया था। करीब दो बीघा जमीन सिपाही के पिता सर्जन सिंह के नाम कर दी थी।

अनिल की सोते समय निर्मम हत्या कर दी
इसी जमीन पर दर्शन सिंह अपना हक जताना चाहता था। थाना प्रभारी बलराम मिश्रा ने बताया कि उसी जमीन पर आलू की बुआई के समय दर्शन सिंह और सिपाही अनिल के बीच विवाद हुआ था। एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि दर्शन सिंह नशे का आदी है। शुक्रवार देर रात दर्शन सिंह ने अपने पुत्र और पौत्र के साथ पुराने विवाद की खुन्नस में अनिल की सोते समय निर्मम हत्या कर दी।

मौसम खराब होने पर पिता ने बुलाया था घर
मथुरा में तैनात सिपाही अनिल कुमार यादव साल 2006 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। फिलहाल सिपाही की तैनाती मथुरा जिले में सीओ के चालक के पद पर थी। पत्नी रीता दो बेटे आरश (14) व अंश (9) के साथ मथुरा में रहते थे। बीते शुक्रवार को पिता ने फोन करके मौसम खराब होने की जानकारी दी।

गांव से 100 मीटर दूर खेत पर चले गए थे
साथ ही, घर बुलाया था ताकि आलू की खुदाई हो सके। इस पर अनिल शुक्रवार शाम को घर पर आए थे। खाना खाने के बाद शाम साढ़े सात बजे गांव से 100 मीटर दूर खेत पर चले गए थे। सिपाही के छोटे भाई नीरज कुमार यादव फिरोजाबाद में बैंक में नौकरी करते हैं।

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