केरल के वायनाड में ऊंचाई पर स्थित गांवों में मंगलवार को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद तबाह हुए मकान, उफनती नदियां और उखड़े हुए पेड़ों के दृश्य दिखाई दिए। भूस्खलन प्रभावित इलाकों तक सेना पहुंच चुकी है। रेस्क्यू कार्य में एनडीआरएफ समेत कई टीमें लगी हुई है। बचाव कार्य जारी है…
हजारों लोगों को किया गया शुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
भारतीय सेना ने केरल के वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन के बाद अपने बचाव अभियान को तेज कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों से 1,000 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाल लिया है। बुधवार सुबह तक, लगभग 70 पीड़ितों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
घायलों का इलाज कर रही डॉक्टर
भूस्खलन प्रभावित इलाकों में घायल लोगों के इलाज के लिए लगातार डॉक्टर्स की टीम पहुंच रही है। लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों में से एक हस्ना ने कहा, “मैं इस राहत शिविर में इसलिए आई हूं क्योंकि सुबह शिविर में बहुत से लोगों को थोड़ी दिक्कत महसूस हुई। ज्यादातर लोगों को सिरदर्द, हाई बीपी जैसी समस्याएं हैं, जो मुख्य रूप से तनाव की वजह से हैं। हम उन्हें दवाइयां दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा,” लोग सदमे में हैं इसलिए पहले 3 दिनों तक हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, जब वे सामान्य हो जाएंगे तो हम आगे का इलाज करेंगे”
केरल के चार क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित
ये इलाके सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं:
चुरालपारा
वेलारीमाला
मुंडकायिल
पोथुकलु
अब तक 153 लोगों की मौत
भूस्खलन के एक दिन बाद भी लापता लोगों की तलाश जारी है। बुधवार को मरने वालों की संख्या 153 तक पहुंच गई है। वहीं, 98 लोग लापता हैं।
केरल की स्वास्थ्य हुईं सड़क दुर्घटना का शिकार
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की गाड़ी मलप्पुरम जिले के मंजेरी के पास मामूली रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। वे वायनाड जा रही थीं। उन्हें मामूली चोटें आई हैं और उनका इलाज मंजेरी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
भूस्खलन प्रभावित इलाकों में सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सेना की 122वीं इन्फैंट्री बटालियन राहत-बचाव कार्य में जुट चुकी है। सेना के जवान प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। वहीं, मलबे में फंसे हुए लोगों को बचाना सेना की पहली प्राथमिकता बन चुकी है।
राहत बचाव कार्य दूसरे दिन भी जारी
वायनाड के चूरलमाला में कल सुबह हुए (30 जुलाई) भूस्खलन के बाद राहत और बचाव अभियान जारी है, जिसमें 143 लोगों की मौत हो गई है।
केरल विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया
वायनाड भूस्खलन को लेकर शोक प्रकट करते हुए केरल विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया। बता दें कि केरल में दो दिनों का राजकीय शोक है। अब तक 143 लोगों की मौत की जानाकारी सामने आ चुकी है।
वायनाड लैंडस्लाइड में अब तक 143 लोगों की मौत
वायनाड लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 143 लोगों की मौत हो गई है। सेना जान पर खेलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
अरब सागर में तापमान बढ़ने से वायनाड में भारी बारिश-भूस्खलन
एक वरिष्ठ जलवायु विज्ञानी ने मंगलवार को कहा कि अरब सागर में तापमान बढ़ने से घने बादल बन रहे हैं, जिसके कारण केरल में कम समय में भारी बारिश हो रही है और भूस्खलन होने का खतरा बढ़ रहा है। वायनाड में हुए भूस्खलन की वजह भी अरब सागर में तापमान बढ़ना है।
वायनाड दौरे पर नहीं जाएंगे राहुल और प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वे खराब मौसम की स्थिति और लगातार बारिश के कारण वायनाड का दौरा नहीं कर पाएंगे। केरल के वायनाड जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद कई लोगों की जान चली गई।
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने जताया दुख
भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट समन्वयक शोम्बी शार्प ने वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन पर संवेदना व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा कि उनकी संवेदनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।
116 शवों का हुआ पोस्टमॉर्टम
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि 116 शवों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है।
पीएम ने की केरल के सीएम से बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के सीएम पी. विजयन से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। भूस्खलन प्रभावित इलाकों में वायनाड के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं।
युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य
सेना व बचाव दल युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। आपदा की विभीषिका का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के क्षत-विक्षत अंग मिल रहे हैं।