इंडस फूड 2025 के उद्घाटन पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि स्वाद सीमाओं का मोहताज नहीं होता. भारतीय व्यंजनों में सीमाओं को पार करने की शक्ति है. हम अपने कृषि और खाद्द निर्यात को दुनिया भर में पहुंचाने की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रोसेस्ड फूड हमारा भविष्य है. इनकी बढ़ती मांग ही विकास की अपार संभावनाएं प्रदान करती हैं. इसलिए अपने खाने के विविध स्वाद को विश्व के कोने-कोने में ले जाएं और भारत के अद्वितीय व्यंजनों को दुनिया का एम्बेस्डर बनाएं.
चिराग पासवान ने कहा कि भारत को प्रोसेस्ड फूड के निर्यात का अग्रणी देश बनाएं और विकसित भारत की दिशा में योगदान दें. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता, इसलिए हम निर्यात को बढ़ावा देते हुए 100 नई फूड टेस्टिंग लैब खोलेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ साल में इंड्स फूड भारत की सबसे बेहतरीन और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त व्यापार प्रदर्शननियों में से एक के रूप में उभरा है, जो एफएंडबी क्षेत्र के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार प्रदान करता है.
प्रोसेस्ड फूड पदार्थों की मांग कई गुना बढ़ेगी, यह भविष्य का लक्ष्य- चिराग
पासवान ने कहा कि विकसित होती जीवनशैली और बदलते पारिवारिक स्वरूप के कारण प्रोसेस्ड फूड पदार्थों की मांग कई गुना बढ़ेगी और यह भविष्य का लक्ष्य है क्योंकि इसमें वृद्धि का अपार संभावनाएं हैं. तीन दिन के इस आयोजन में 30 देशों के 2300 से अधिक प्रदर्शक और 7500 अंतरराष्ट्रीय खरीदार भाग ले रहे हैं. इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बाबा रामदेव भी मौजूद थे.
भारत के आहार, विचार और व्यवहार के कारण दुनिया प्यार दे रही है- रामदेव
उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ से पहले यह ‘आहार कुंभ’ है. हम भारत के विचारों, खान-पान और संस्कृति की विविधता को दुनिया भर में दे रहे हैं और इसे पसंद किया जा रहा है. हमने एक नई कंपनी बनाई है, ‘फार्म टू फ्रीज’. इसमें हम सभी रेडी-टू-ईट फूड प्रोडक्ट्स का निर्यात करेंगे. रामदेव ने कहा कि भारत के आहार, विचार और व्यवहार के कारण दुनिया प्यार दे रही है.