तीन माह पहले ही उपडाकपाल हो चुका है निलंबित
जांच के वक्त लाखों रुपए गबन का मामला प्रकाश में आया
उप डाकपाल ने गबन करने की बात किया स्वीकार
बलिया। रसड़ा प्रधान डाक घर से संबद्ध उप डाकघर सोहांव के उप डाकपाल राजेश पर 17 लाख रुपए का गबन करने का आरोप है। उसने खाताधारकों के खाते से 17 लाख रुपया निकालने की बात स्वीकार कर लिया है। यह मामला पहले से चल रहे जांच के दौरान प्रकाश में आया है।
बता दे कि सोहांव उपडाक पाल राजेश इसके पहले रसड़ा डाकघर में तैनात था। वहां भी इसकी गतिविधियां अच्छी नहीं थी। इसीबीच उसकी तैनाती सोहांव उपडाकपाल के पद पर हो गई। जहां उसने बचत खाताधारकों के खाते से 17 लाख रुपया गबन कर लिया। उधर, उसके गतिविधियों की विभाग द्वारा जांच चल ही रही थी कि सोहांव गांव निवासी एक खाताधारक पैसे की जरूरत पड़ने पर 16 मार्च को सोहांव उप डाकघर पर गया। जहां पता चला कि उसके खाते में रुपए नहीं है। इसके बाद उसके होश उड़ गए। इसके बाद उक्त डाकघर के सभी खाताधारकों को सूचना भेजी गई कि वे डाकघर आकर अपना खाता चेक करा लें। जब जांच हुई तो विभिन्न खाताधारकों के खाते से रुपए गायब थे। उप डाकपाल राजेश ने 17 लाख रुपया निकालने की बात स्वीकार किया है।
रसड़ा प्रधान डाकघर के डाकपाल ने कहा कि खाताधारकों को घबराने की जरूरत नहीं है। सबका रुपया वापस मिलेगा। कहा कि हम लोग का पहला प्रयास है कि सभी खाताधारकों का पैसा सुरक्षित वापस मिल जाय। इस बाबत मुख्य डाक अधीक्षक बलिया हेमंत कुमार ने बताया कि उप डाकपाल को तीन माह पहले ही निलंबित किया जा चुका है, उसकी गतिविधियां अच्छी नहीं पाई गई थी। जिसकी जांच पड़ताल चल रही थी, तभी 17 लाख रुपया गबन होने का मामला प्रकाश में आया है। जिसे उपडाक पाल ने 17 लाख रुपया गबन करने की बात स्वीकार की है। मामले की जांच चल रही है, शीघ्र ही मामले का निस्तारण कर लिया जाएगा।